बहोत कापियों के पन्ने भरे है तुम्हारी मोहब्बत में,
कविताएँ, कहानिया, किस्से, गाने,
जाने क्या-क्या नहीं लिख डाला,
तब तो सनम तुमने कदर न की,
अब जब खाली ही पन्ने पढोगे तब याद आएँगे हम तुम्हें !
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